मौलीजागरां थाना पुलिस ने लुटेरों के पास से एक नकली पिस्टल बरामद की है। लुटेरे यही पिस्टल दिखाकर यात्रियों को लूटते थे। मौलीजागरां और साथ सटे हुए रेलवे एरिया में लूट की वारदातों को अंजाम देने वाले पांच लुटेरों में से तीन नाबालिग हैं। बालिग आरोपियों की पहचान मौलीजागरां निवासी शुभम उर्फ बैबू (22) और राजिंदर उर्फ धानी (24) के तौर पर हुई है। पुलिस ने तीनों नाबालिगों को बाल सुधर गृह भेज दिया है।
सेक्टर-38 निवासी पंकज ने मौलीजागरां थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 25 जनवरी की रात करीब 8 बजे वह रेलवे स्टेशन से मौलीजागरां की तरफ जा रहा था। जैसे ही वह मौलीजागरां में दाखिल हुआ तो सड़क पर ही पांच लोगों ने उसे घेर लिया। इनमें से एक युवक ने हाथ में पिस्टल पकड़ रखी थी जबकि दूसरे ने चाकू।आरोपियों ने उसे धमकाते हुए उससे मोबाइल और पर्स लूट लिया। उसके पर्स में 600 रुपये की नकदी व जरूरी कागजात थे।पंकज की शिकायत पर मौलीजागरां थाना पुलिस ने केस दर्जकर जांच शुरू कर दी। जांच के लिए थाना प्रभारी नरेंद्र पटियाल की अगुवाई में एक विशेष टीम को तैयार किया गया। टीम ने सूचनाएं जुटाकर आरोपियों को धर दबोचा।
पुलिस जांच में सामने आया कि लुटेरे रेलवे यार्ड में झाड़ियों की बीच बनी सीमेंट की एक बेकार पड़ी टंकी में वारदात करने के बाद छुप जाते थे। इस तरह से आरोपी इस बेकार पड़ी टंकी को अपने लिए बंकर की तरह से प्रयोग कर रहे थे। आरोपियों ने टंकी में रुकने का पूरा इंतजाम कर लिया था। टंकी से पुलिस ने बिस्तर, रजाई, चटाई, फोम के गद्दे समेत कई सामान बरामद किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही पुलिस उस टंकी वाले ठिकाने पर पहुंची जहां वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी छुप जाते थे।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी 15 लूट की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। इनमें से पांच वारदातों को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने लोगों को चाकू तक मारा था। इसके साथ ही आरोपियों से जांच में सामने आया कि वे अभी तक करीब 100 लोगों की जेब काट चुके है।