कश्मीर घाटी में हिजबुल कमांडर नवीद बाबू और डीएसपी दविंदर सिंह के साथ पकड़े गए वकील और ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) इरफान अहमद मीर के घर आतंकी ठिकाना मिला है। गुरुवार को इस मामले में पूछताछ के लिए दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। मामले की जांच कर रही एजेंसियां इसे बड़ी सफलता मान रही हैं।
सूत्रों के अनुसार वकील के शोपियां जिला स्थित दयारू गांव में आतंकी ठिकाने से हथियार या किसी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं हुई है। माना जा रहा है कि नवीद बाबू और डीएसपी की ओर से यहां हथियार छिपाए जाते रहे होंगे। वकील इरफान अहमद मीर पांच बार भारतीय पासपोर्ट पर पाकिस्तान गया था। आरोप है कि वह पाकिस्तान से आतंकी वारदातों के लिए आदेश हासिल करता था।
11 जनवरी को जब डीएसपी और हिजबुल कमांडर नवीद बाबू व एक अन्य आतंकी की दक्षिणी कश्मीर के मीर बाजार इलाके में गिरफ्तारी हुई थी, उस वक्त इरफान ही गाड़ी चला रहा था।
पूछताछ में सुरक्षा एजेंसियों को यह भी जानकारी मिली थी कि नवीद बाबू तथा उसके साथ ही को इरफान ही लेकर डीएसपी के इंदिरा नगर स्थित घर पर गया था। बताते हैं कि डीएसपी नवीद बाबू को चंडीगढ़ में कुछ महीनों तक किराये पर ठहराने के लिए 12 लाख रुपये लिया था। पिछले साल भी वह नवीद बाबू को जम्मू लाया था। यहां कुछ दिनों तक स्वास्थ्य लाभ के बाद उसे शोपियां सुरक्षित पहुंचाया था।
आतंकियों संग पकड़े जाने पर दविंदर सिंह ने कहा कि जिन आतंकियों के साथ उसे पकड़ा गया है वो उसके व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी हैं। इसके बाद उसने कहा कि मैं एक ऑपरेशन पर था, अगर ये ऑपरेशन सफल हो जाता तो प्रदेश पुलिस की वाहवाही होती। इतना ही नहीं आरोपी डीएसपी ने पूछताछ कर रहे अधिकारियों से कहा कि आप सभी ने मेरे प्लान पर पानी फेर दिया।
डीएसपी दविंदर सिंह की दो बेटियां बांग्लादेश में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं। ऐसे में जांच एजेंसी को शक है कि बेटियों की पढ़ाई का खर्च हवाला के पैसे से हो रहा है। डीएसपी के घर तलाशी में सेना की 15 कोर का फुल लोकेशन मैप मिला है। सेना का मैप मिलने से आशंका जताई जा रही है कि सेना की कई जानकारियां आतंकियों और पाकिस्तान तक पहुंच सकती है। साथ ही साढ़े सात लाख रुपये कैश बरामद किया है। संभव है कि यह पैसा हवाला का हो।
एयरफोर्स की इंटेलीजेंस विंग भी कर सकती है जांच
सूत्रों ने बताया कि एयरफोर्स की इंटेलीजेंस विंग भी मामले की जांच कर सकती है। चूंकि डीएसपी एयरपोर्ट पर एंटी हाइजैकिंग विंग में तैनात थे। इस वजह से सुरक्षा संबंधी मामलों पर उनसे पूछताछ की जा सकती है।
एनआईए की ओर से आज यानी कि शुक्रवार को मामले को हाथ में लिया जा सकता है। दिल्ली से एक टीम श्रीनगर आकर पूरे मामले की तहकीकात शुरू करेगी। इस संबंध में जरूरी औपचारिकताएं दिल्ली व जम्मू में पूरी की जाएंगी। गृह मंत्रालय ने एनआईए को मामले की जांच की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है। जांच शुरू होते ही इस मामले से जुड़े सभी कागजात एनआईए को सौंप दिए जाएंगे।