नागरिकता विरोध प्रदर्शन का आग कर्नाटक तक पहुंच गई है। गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने कर्नाटक के कई हिस्सों में जगह-जगह प्रदर्शन किया, सार्वजनिक संपत्ति के साथ नुकसान पहुंचाया और पुलिस पर पथराव भी किया। मेंगलुरू पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे, पुलिस कार्रवाई मे दो लोगों की आईसीयू वार्ड में मौत हो गई है, जबकि 20 प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं।
सीएए और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के विरोध करने के लिए बेंगलुरु की सड़कों पर बड़ी संख्या में लोगों के उतरने के बाद पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई और चार से अधिक लोगों के एक साथ जमा होने पर रोक लगा दी गई।
बेंगलुरु में मुख्य प्रदर्शन टाउन हॉल के पास हुआ जहां पर अन्य लोगों के साथ इतिहासकार रामचंद्र गुहा भी शामिल हुए।सीएए संविधान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे रामचंद्र गुहा का हाथ पकड़कर पुलिस उन्हें प्रदर्शनस्थल से दूर ले गई और प्रदर्शनकारियों को ले जाने के लिए सरकार द्वारा व्यवस्था की गई बस में बैठा दिया।
लखनऊ में प्रदर्शकारियों ने हिंसक रूप ले लिया था। पुलिस की गोलीबारी में एक युवक के पेट में गोली लगने से मौत हो गई।मीडिया की गाड़ियों की भी तोड़फोड़ की गई पुलिस की गाड़ियों और पुलिस स्टेशन के बाहर खड़ी मोटरसाइकिल को भी आग लगा दी गई। गुसाये लोगों ने पुलिस बल पर पत्थर मारे।उधर दिल्ली में भी आज प्रदर्शन जारी है।