GST काउंसिल की आज अहम बैठक होने जा रही है। इस बैठक में जीएसटी कलेक्शन बढ़ाने के विभिन्न उपायों पर विचार किया जाएगा। जीएसटी कलेक्शन को बढ़ाने के लिए जीएसटी के ढांचे में बदलाव करने का प्लान किया जा रहा है। जीएसटी कलेक्शन की भरपाई करने के लिए जीएसटी दर और सेस में बढ़ोतरी की जा सकती है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली जीएसटी काउंसिल ने जीएसटी और सेस की दरों की समीक्षा के बारे में सुझाव मांगे हैं। जीएसटी कलेक्शन बढ़ाने के वास्ते काउंसिल ने विभिन्न सामानों पर दरों की समीक्षा करने, उल्टे कर ढांचे को ठीक करने के लिए दरों को तर्कसंगत बनाने, राजस्व प्राप्ति बढ़ाने के लिए वर्तमान में लागू किए जा रहे उपायों के अलावा अन्य अनुपालन उपायों के बारे में सुझाव मांगे हैं।
निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में होने वाली इस जीएसटी काउंसिल की बैठक में टैक्स स्लैब में बदलाव किए जाने के भी आसार हैं। जीएसटी संग्रह के लक्ष्य से लगातार पीछे चल रही सरकार ने कमाई बढ़ाने के लिए जीएसटी अधिकारियों से सलाह मांगी थी, जिसमें सिफारिश की गई है कि 5 फीसदी टैक्स स्लैब को बढ़ाकर 8 फीसदी किया जाए।
मोदी सरकार ने 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का लक्ष्य रखा है लेकिन इकोनॉमी में रफ्तार नहीं पकड़ रही है। वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ पांच फीसदी से नीचे पहुंच गई है। कई सेक्टर्स को मुआवजे की जरूरत है, ऐसे में सरकार पर बोझ बढ़ रहा है और इससे निपटने के लिए जीएसटी कलेक्शन को बढ़ाना बेहद जरूरी हो गया है।