चंडीगढ़: ढाई साल पुराने बहुचर्चित आकांक्ष सेन मर्डर केस में मंगलवार को कोर्ट अपना फैसला सुना सकती है। आकांक्ष सेन हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी का भतीजा था । 9 फरवरी 2017 की रात को आकांक्ष के दोस्त दीप सिद्धू ने पार्टी रखी थी। पार्टी में आकांक्ष के साथ उसका दोस्त शेरा भी आया था। दूसरी और दीप ने बलराज और हरमेहताब को बुला रखा था। शेरा का बलराज और हरमेहताब के साथ पुराना झगड़ा था। पुराने झगड़े को लेकर पार्टी में बलराज और शेरा में मारपीट हो गई। आकांक्ष बलराज और शेरा का झगड़ा छुड़ाकर पार्टी से चला गया था। बाद में आकांक्ष शेरा को लेने आया तो बलराज रंधावा ने उस पर बीएमडब्ल्यू कार चढ़ा दी थी। पुलिस के आरोप है कि बलराज रंधावा के साथ हरमेहताब गाड़ी में ही बैठा था और उसने ही बलराज को आकांक्ष पर गाड़ी चढाने के लिए उकसाया था। बलराज ने पहले आकांक्ष को गाड़ी से टक्कर मारी। इस घटना में आकांक्ष की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में हरमेहताब को 16 फरवरी, 2017 को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन मुख्य आरोपी बलराज रंधावा को आज तक चंडीगढ़ पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
कोर्ट में इस मामले का ट्रायल पूरा हो चुका है। दोनों तरफ की गवाहियां पूरी हो चुकी है। मंगलवार को इस मामले की सुनवाई है जिसमें कोर्ट का फैसला आ सकता है। केस में सह-आरोपी हरमेहताब अभी तक जेल में ही है। बलराज रंधावा पुलिस के हाथ नहीं आ सका। कोर्ट ने 5 अप्रैल 2017 को रंधावा को भगौड़ा करार दे दिया था।