चंडीगढ़: एसएसपी नीलांबरी जगदाले ने एएसआई शमशेर सिंह को एक आरोपी को उसकी सजा से बचाने के जुर्म में सस्पेंड कर दिया है। शिकायतकर्ता ने ही ये बात एसएसपी तक पहुंचाई जिसके बाद नीलांबरी जगदाले ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए। जांच में एएसआई शमशेर सिंह को दोषी पाया तब एसएसपी ने एएसआई शमशेर सिंह को सस्पेंड करने का आदेश जारी किया और उसे पुलिस लाइन भेजकर उसकी डिपार्टमेंटल इंक्वायरी खोल दी है। मामले की जांच पूरी होने तक शमशेर सिंह सस्पेंड रहेगा। उप पुलिस अधीक्षक राम गोपाल इस मामले की जांच करेंगे।
यह था मामला
हाल ही में एएसआई बना शमशेर सिंह सेक्टर-11 पुलिस स्टेशन में तैनात था। मिली जानकारी के मुताबिक जब वह हेड कांस्टेबल था और पीओ और समन सेल में तैनात था तब उसके पास ढकोली के प्रॉपर्टी डीलर और बिल्डर नवीन नय्यर के धोखाधड़ी करने का केस आया था।इसी दौरान दोनों की मुलाकात हुई जिसके बाद शमशेर सिंह ने नवीन नय्यर से कहा था कि अगर वह उसे हर महीने पैसे देगा तो वह उसे अरेस्ट होने से बचा लेगा।
मामले की जांच में अक्टूबर 2018 से सितंबर 2019 तक एएसआई शमशेर सिंह और बिल्डर नवीन नय्यर के बीच 2,800 से अधिक कॉल दर्ज की गई हैं। ये कॉल्स नय्यर को सजा दिलाने के लिए नहीं गई थी बल्कि किसी-न-किसी रूप में रिश्वत मांगने के लिए की गई थी। साल 2009 में मामला दर्ज होने के बाद स्थानीय जिला अदालतों और पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक नय्यर को 2011 में अपराधी घोषित किया गया था।