जालंधर: जाने-माने पंजाब सिंगर केएस मक्खन ने सोशल मीडिया पर लाइव होकर सिखी स्वरूप का परित्याग किया है। कुछ साल पहले सिख धर्म अपनाने वाले केएस मखन ने अपने ककार गुरु चरणों में समर्पित कर दिए। उनका कहना था कि कुछ लोग उनके नाम के साथ धार्मिक विवाद जोड़ रहे हैं। उनका नाम लेकर धर्म के नाम पर राजनीति हो रही है। उन्होंने लाइव होकर कहा कि वह नहीं चाहते कि उनकी वजह से कोई धार्मिक विवाद शुरू हो, इसीलिए वह अपना सिख धर्म छोड़ रहे हैं। नकोदर के रहने वाले केएस मक्खन ने जालंधर में दोपहर तीन बजे पत्रकार वार्ता में अपना पक्ष खुलकर रखने की बात कही।
पिछले दिनों सिंगर गुरदास मान की ओर से हिंदी के पक्ष में दिए गए बयान का मक्खन ने समर्थन किया था। इसी के बाद गुरदास मान और केएस मक्खन दोनों पंजाबी समर्थकों और कई राजनेताओं के निशाने पर आ गए हैं।
गायक केएस मक्खन राजनीति में भी हाथ आजमा चुके हैं। वह 9 फरवरी, 2014 को बहुजन समाज पार्टी में शामिल हुए थे। उन्होंने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में आनंदपुर साहिब सीट से चुनाव लड़ा था। मक्खन 69124 वोट लेकर चौथे स्थान पर रहे थे।
गायक मक्खन नशा तस्करी के एक मामले में जेल भी जा चुके हैं। जालंधर के नकोदर थाने में 1 अगस्त, 2006 को मक्खन के खिलाफ तस्करी का केस दर्ज हुआ था। उन पर कनाडा में ड्रग्स रैकेट चलाने का आरोप है। इस मामले में मक्खन को जेल भी जाना पड़ा था। पंजाब में ड्रग नेटवर्क, ब्लैकमनी की कहानी पर बनी फिल्म “जुगनी हत्थ किसे न आउणी” में हीरो की भूमिका भी मक्खन ने निभाई थी।