झुझारनगर में शनिवार को एक 19 साल के युवक ने घर में पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी थी। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। लड़के की मौत के बाद किसी को भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर युवक ने फंदा क्यों लगाया। रविवार को मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। मात्र 30 हजार रुपए की ठगी का शिकार हुआ 19 साल का बीटेक स्टूडेंट सागर इतना अपसेट हो गया कि उसने मौत को गले लगा लिया। सागर ने शुक्रवार रात अपने घरवालों के साथ डिनर किया था और उसी रात घर की पहली मंजिल पर उसने कमरे में पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। मौत के दूसरे दिन कॉलेज के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि ओएलएक्स पर एक ठग ने उससे 30 हजार रुपए की ठगी की थी। उसके लिए यह राशि बहुत ज्यादा थी और उसने परेशान होकर मौत को गले लगा लिया। सागर स्वामी विवेकानंद ग्रुप ऑफ इंस्टिटयूट (स्वाइट) बनूड़ में बीटेक फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था। सागर ओएलएक्स पर 1 लाख रुपए का एप्पल का फोन खरीद रहा था। उसको ओएलएक्स पर जोरा सिंह नाम का शख्स मिला। जिसने खुद को इंडियन आर्मी का जवान बताया। शख्स ने कहा वह 1 लाख का एप्पल फोन बेचना चाहता है। सागर ने दिए गए नंबर पर कॉल की और सौदा 30 हजार में तय हुआ। सागर ने रुपए उधार लेकर ठग जोरा सिंह द्वारा बताए अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए।
सागर के चाचा जतिंदर कुमार ने बताया कि सागर डिप्रेशन में चला गया था।
सागर के चाचा जतिंदर कुमार ने बताया वह इतना डिप्रेशन में चला गया कि मौत को ही गले लगा लिया। उसने अपने मोबाइल पर लास्ट टाइम गूगल पर सर्च किया हाऊ टू डाई इन टू मिनेट्स। इसके अलावा पहले ही सर्चिंग में मोदी का नंबर है, और हाओ टू गेट इंस्टेंट लोन और पेटीएम पर दिए पैसे वापस कैसे लिए जा सकते हैं आदी चीजें सर्च कर रखी थी। इससे प्रतीत होता है कि वह कितना डिप्रेस्ड था। चाचा के अनुसार सागर के दोस्त घर आए तो उन्होंने बताया कि शुक्रवार को उसने अपने दोस्तों को कहा था कि ऑनलाइन फोन खरीदने के लिए दिए पैसे वापस आ गए हैं और वह उनको शनिवार को दे देगा। शुक्रवार रात को मां-बाप व उसकी 2 छोटी बहनों के साथ खाना खाया। रात करीब 1 बजे तक सागर सो रहा था, लेकिन उसके बाद कब पहली मंजिल पर चला गया और किसी को पता नहीं चला। शनिवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे जब सागर की छोटी बहन शालू उसको गायब पाकर ऊपर कमरे में चेक करने गई तो वह नारियल की रस्सी का फंदा लगाकर लटका हुआ था। शालू चिल्लाने लगी तो सारे घरवाले ऊपर कमरे की ओर भागे। वह इतना डिप्रेशन में चला गया कि मौत को ही गले लगा लिया।