लुधियाना में सराभा नगर स्थित प्रतिष्ठित स्कूल सेक्रेट हार्ट कान्वेंट स्कूल के छात्रों और अध्यापकों को नासा में भेजने का झांसा देकर तीन करोड़ दस लाख रुपये ऐंठने वाले ठग ट्रेवल एजेंट मां बेटे पर आखिरकार पुलिस ने मामला दर्ज कर ही लिया। थाना डिवीजन पांच की पुलिस ने सेक्रेट हार्ट कान्वेंट स्कूल की प्रिंसिपल की शिकायत पर पुलिस ने थरीके रोड स्थित वरसाना इंक्लेव निवासी ट्रेवल एजेंट अमन बावा और उसकी मां अनुज बावा के खिलाफ धोखाधड़ी व पंजाब प्रिवेंशन ऑफ ह्यूमन स्मगलिंग के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों ने बच्चों और अध्यापकों से तीन करोड़ दस लाख 69 हजार रुपये ऐंठे थे। जिसमें से 75 हजार रुपये वापस दे दिए थे।
जानकारी के अनुसार, दोनों ट्रैवल एजेंट मां बेटे ने स्कूल में जाकर प्रबंधकों से बात की और बच्चों व अध्यापकों को नासा में भेजने का झांसा दिया। जो बच्चे जाने के चाहवान थे उन्होंने पैसे जमा करवा दिए। काफी समय तक उन्हें विदेश नहीं भेजा गया तो परिजनों ने स्कूल में बात की। परिजनों ने उस समय आरोप लगाया था कि स्कूल प्रबंधकों के कहने पर उन्होंने 2.80 लाख रुपये दिए हैं और अब उन्हें न तो पैसे दिए जा रहे है और न ही विदेश भेजा गया है।आरोपियों ने भी बच्चों और अध्यापकों से कुल तीन करोड़ दस लाख 69 हजार रुपये इकट्ठा कर लिए और कुछ समय बीतने के बाद टाल मटोल शुरू कर दिया। पहले तो स्कूल प्रबंधकों ने भी पल्ला झाड़ दिया था कि इस टूर के साथ उनका कोई लेना देना नहीं है, लेकिन परिजनों द्वारा विवाद बढ़ता देख स्कूल प्रबंधन ने मई 2019 में दोनों ट्रेवल एजेंटों के खिलाफ शिकायत दी।
बरनाला में सेक्रेड हार्ट कान्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल रायकोट रोड बरनाला में सातवीं से 12वीं तक के 67 विद्यार्थियों से दिल्ली के इमीग्रेशन एजेंट को स्कूल प्रिंसिपल ने बुलाकर अमेरिका में नासा का टूर लगाने के नाम पर 67 विद्यार्थियों से करीब सवा करोड़ की ठगी की थी। गुस्साए अभिभावकों ने मामला दर्ज करने के लिए वीरवार को एसएसपी हरजीत सिंह को लिखित शिकायत दी।
इस मौके पर अभिभावक सुदर्शन गर्ग, कुलबीर सिंह, अजय बंसल, राकेश कुमार, सुखमीत कौर, मनीष कुमार, रमनदीप, सतनाम धनौला, हैप्पी बॉक्सर और संदीप मलिक ने कहा कि उनको प्रिंसिपल लीरा ने बुलाकर एक मीटिंग की, जिसमें बच्चों को साइंस की उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका का टूर लगवाने को लेकर दिल्ली के एजेंट पर पूरे भरोसे के साथ वीजा लगवाने का दावा किया।
प्रिंसिपल द्वारा वीजा लगवाने को लेकर सुविधा के नाम पैसों को तीन किस्तों में पहली नवंबर 2018, दूसरी फरवरी 2019 व तीसरी वीजा के बाद देने को कहा। प्रिंसिपल ने खुद की गारंटी दी, जिसके बाद 67 विद्यार्थियों ने डेढ़-डेढ़ लाख रुपये दो किस्तों में भर दिए। जब उन्होंने आठ माह बाद वीजा की मांग की तो प्रिंसिपल अनजान बन गई और कहा कि उसको इस बारे में नहीं जानती।
उनके द्वारा रोष जताने के बाद 25 हजार रुपये वापस कर दिए, लेकिन बाकी रुपयों को देने के मामले में उन्होंने साफ मना कर दिया।
वहीं एसएसपी ने मामले की जांच डीएसपीडी अमरिंदर सिंह दियोल को सौंप दी। इस मौके पर गुस्साए अभिभावक व पीड़ित सुखदर्शन गर्ग ने कहा कि उनकी जल्द सुनवाई होनी चाहिए और जांच के बाद स्कूल प्रिंसीपल लीरा के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया जाए। डीसी बरनाला तेज प्रताप सिंह फूलका ने कहा कि उनके द्वारा एसएसपी बरनाला हरजीत सिंह से उक्त मामले में गहनता से जांच को लेकर बात हो गई है और गंभीरता से जांच की जाएगी।
डीएसपी आरएस दयोल ने कहा कि उनके द्वारा आज अभिभावकों व प्रिंसिपल के साथ बातचीत की गई है। दो तीन दिन में मामला सामने आ जाएगा। डीईओ सेकेंडरी सर्बजीत सिंह ने कहा कि मामला सही पाया गया तो स्कूल का लाइसेंस रद्द करने को लेकर विभाग को भेजा जाएगा। एडिशनल स्टेंडिग काउंसिल यूनियन ऑफ इंडिया व डीएलएसए के सदस्य एडवोकेट दीपक जिंदल ने कहा कि स्कूल का काम शिक्षा देना है, यह सीधे राइट टू एजुकेशन का उल्लघंन है।
प्रिंसिपल लीरा ने कहा कि वह एजेंट पर कार्रवाई करवाएंगी और विद्यार्थियों का साथ देंगी। जबकि अभिभावकों ने कहा कि वह एजेंट को जानते तक नहीं। रुपये और चेक प्रिंसिपल लीरा ने ही लिए थे।
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