चंडीगढ़: पंजाब पुलिस के जवान अब जल्द ही अंग्रेजी बोलते दिखाई देंगे। इसके लिए पुलिस महकमे की ओर से एक नीति तैयार की जा रही है। जिसके तहत पुलिस विभाग के मुलाजिमों को अंग्रेजी बोलना एवं पढ़ना सिखाया जाएगा। जिससे दूसरे राज्य एवं अदालतों से संबंधित कामकाज करने में कर्मचारियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो।क्योंकि काफी पुलिस मुलाजिमों का अंग्रेजी में हाथ तंग है। पंजाब पुलिस में लगभग 86 हजार पुलिस कर्मचारी है। ऐसे में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट या दूसरे राज्यों से होने वाला पत्राचार अंग्रेजी में ही होता है। जिसकी वजह से मुलाजिमों को काफी परेशानी होती थी।
इसके लिए अब मुलाजिमों को अंग्रेजी का सबक पढ़ाया जाएगा। विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है और साथ में यह भी तय कर दिया है कि भविष्य में भी पुलिस मुलाजिमों की भर्ती के समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि कहीं उनका हाथ अंग्रेजी में तंग तो नहीं है।
कोर्स किया तय ट्रेनिंग के लिए पुलिस अकादमी में बुलाया जाएगा: पुलिस विभाग अपने मौजूदा कर्मचारियों को अंग्रेजी सिखाने के लिए एक कोर्स तय किया है। जिसमें मुलाजिमों को अंग्रेजी बोलने एवं लिखने पढ़ने के बारे में सिखाया जाएगा। इस कोर्स के तहत मुलाजिमों को पंजाब पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाएगा। जिसमें उन्हें अंग्रेजी में दक्ष बनाया जाएगा। ताकि अंग्रेजी में होने वाले कामों को करने में मुलाजिमों को आसानी हो। इस कोर्स एक महीने तक का होगा।
अदालती कामकाज को करने में होती है परेशानी: दूसरे राज्यों से आने वाले पत्र एवं बड़ी अदालतों के काम ज्यादातर अंग्रेजी में होते है। ऐसे में जब पंजाब पुलिस के मुलाजिमों को इन पत्र या केस को पढ़ना पड़ता है तो अंग्रेजी की जानकारी कम होने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ता है या फिर उसे पंजाबी में ट्रांसलेट करवाना पड़ता है। जिससे समय और पैसा दोनों की ही बर्बादी होती है। इसलिए भी पुलिस के मुलाजिमों के लिए अंग्रेजी सीखना जरूरी है।
प्रमोशन के समय देना होगा टेस्ट: अभी तक प्रमोशन पाने के लिए पुलिस मुलाजिमों को अंग्रेजी विषय का टेस्ट नहीं देना होता है। लेकिन अब विभाग प्रमोशन के लिए अंग्रेजी का टेस्ट पास करना जरूरी बनाने की तैयारी कर रहा है। कोई टेस्ट को पास नहीं करेगा तो उसे प्रमोशन नहीं मिलेगी। इससे पहले विभाग की ओर से मुलाजिमों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद इसे प्रमोशन के लिए लागू किया जाएगा।
नई भर्ती के समय अंग्रेजी में दक्षता भी परखी जाएगी: विभाग अब कर्मचारियों की भर्ती के समय यह भी चैक करेगा कि आवेदन करने वाले की अंग्रेजी में दक्षता कितनी अच्छी है। ताकि अगर वह भर्ती होता है तो बाद में अंग्रेजी में कामकाज करने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी पढ़ाने पर जोर देने की वकालत पहले ही कर चुके है। सीएम ने कहा था कि पंजाब के बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में अंग्रेजी में कमजोर होने की वजह पिछड़ रहे है।