अंबाला सिटी। बाल भवन के नजदीक बने सिटी प्लाजा के थियेटर में शनिवार रात करीब 8 बजे अचानक आग लग गई। गनीमत रही कि जिस थियेटर में आग लगी उसमें घटना के समय शो नहीं चल रहा था। वहां उससे पहले शो खत्म हो गया था जबकि दूसरे थियेटर में शो चल रहा था। शो में 40 दर्शक मौजूद थे। आग भड़कती देख वहां भगदड़ मच गई। उन्हें दूसरे रास्ते से जैसे-तैसे बाहर निकाला गया। आग इतनी भयंकर थी कि 3 घंटे की मशक्कत के बाद भी रात 11 बजे तक उस पर काबू नहीं पाया जा सका था। आनन-फानन में मॉल के स्टाफ ने अपने स्तर पर आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन विफल रहे। क्योंकि वहां लगाए यंत्र खाली थे और थियेटर में बनाया गया हाईडेंट उसमें महज दो इंच की पाइप लगाई गई थी। इसी कारण उससे पानी का प्रेशन ही नहीं बन पाया। मैनेजर ने निजी स्तर पर आग पर काबू पाने का प्रयास किया लेकिन कामयाबी हासिल नहीं हुई तब जाकर फायरब्रिगेड को मौके पर बुलाया गया। सूचना पर शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश, चौकी इंचार्ज रमेश, हेड कांस्टेबल बलवंत कौर व अन्य पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे।
घटना के दौरान बेहोश हुआ कर्मचारी
आग भड़कती देख थियेटर में कार्यरत कर्मचारी 19 वर्षीय राजीव बेहोश हो गया। जिसे शहर नागरिक अस्पताल भर्ती करवाया गया। यह थियेटर दूसरी मंजिल पर होने के कारण आग बुझाने के लिए पाइप को दूसरी मंजिल का शीशा तोड़कर वहां से सीधे ले जाना पड़ा। वहीं मैनेजर विकास व एक अन्य कर्मी की हालत बिगड़ गई। इन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
हो सकता था बड़ा हादसा
थियेटर संचालकों की लापरवाही के चलते बड़ा हादसा हो सकता था। क्योंकि कोई भी अग्निशमन यंत्र वहां काम नहीं कर रहा था। अगर थियेटर के यंत्र भरे होते तो आग पर समय रहते काबू पाया जा सकता था। जब आग भड़कने लगी आनन-फानन में मॉल स्टाफ ने इसकी सूचना फायरब्रिगेड को दी। जिसके बाद दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। जहां देर रात तक आग पर काबू पाने के लिए फायरब्रिगेड कर्मचारी को कड़ी मशक्कत में लगे रहे।
सूचना मिलते ही सिटी थाना एसएचओ राजेश कुमार, पुलिस चौकी नंबर- 3 प्रभारी रमेश कुमार, हेड कांस्टेबल कर्मवीर, बेअंत कौर भारी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान मैनेजर विकास ने कहा कि यह आग बंद पड़े थियेटर में लगी है, जबकि लोग दूसरे थियेटर में फिल्म देख रहे थे। आग लगने के कारणों का अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।