
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र की पत्नी के भतीजे अकांक्ष के मर्डर केस में मंगलवार को जिला अदालत में सुनवाई हुई। इस दौरान आरोपी हरमेहताब उर्फ फरीद के वकील ने पुलिस की कहानी पर कई सवाल खड़े किए। वकील ने अदालत में कहा कि पुलिस की कहानी थी कि बीएमडब्ल्यू कार द्वारा अकांक्ष सेन को टक्कर मारने से उसकी मौत हो गई। जबकि कार में हरमेहताब बैठा था और बलजीत रंधावा कार चला रहा था। अंतिम बहस के दौरान वकील ने कहा कि कार पर अकांक्ष के खून के निशान नहीं थे। हरमेहताब के वकील एनपीएस वड़ैच ने कहा कि सीएफएसएल की रिपोर्ट में सामने आया है, जोकि अदालत में सब्मिट की गई थी। इस मामले में 19 सितंबर को अगली सुनवाई होगी।
गौरतलब है कि पुलिस ने हरमेहताब को करीब ढाई साल पहले अकांक्ष मर्डर मामले में गिरफ्तार किया था। केस के अनुसार 9 फरवरी, 2017 की रात अकांक्ष के सेक्टर-9 निवासी दोस्त दीप ने नाइट हाउस पार्टी रखी थी। अकांक्ष के साथ उसका दोस्त शेरा भी इस पार्टी में शामिल होने आया था। दीप ने बलराज और हरमेहताब को बुला रखा था।