
मुंबई स्थित एक सरकारी बैंक में सोने का मूल्यांकन करने वाले कर्मचारी द्वारा 3.77 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने 43 वर्षीय आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है। पिछले दो साल से इंडियन बैंक की धारावी शाखा में कार्यरत रामास्वामी नडार ने फर्जी ग्राहकों को स्वर्ण ऋण के लिए जरूरी ‘वैल्यू सर्टिफिकेट’ जारी कर धोखाधड़ी की। इसके लिए उसने पहले नकली सोना खरीदा और फिर इसके जरिए बैंक से ऋण उठाने के लिए 12 लोगों को तैयार किया। इन लोगों ने बैंक आकर नकली सोना जमा कराया और नडार ने उन्हें ‘वैल्यू सर्टिफिकेट’ थमा दिए।
सर्टिफिकेट मिलने के बाद फर्जी ग्राहकों को 3.77 करोड़ का ऋण मिल गया और फिर आरोपी ने इनसे यह पैसा ले लिया। हाल ही में जब बैंक प्रबंधन ने लॉकर में रखे सोने को देखा तो उसे यह नकली मिला। बैंक ने मामले की धारावी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।
जांच के दौरान पुलिस ने नडार से पूछताछ की तो उसने धोखाधड़ी कबूली। आरोपी ने बताया कि उसने ठगी के पैसे से संपत्ति, कारें और मोटरसाइकिलें खरीदी हैं।