चंडीगढ़ : पी.जी.आई. स्कूल ऑफ नर्सिंग (नाइन) में एम.एससी कर रही राजवीर कौर ने नाइन की ट्यूटर पर मैंटल हरासमैंट का आरोप लगाया गया है। स्टूडैंट का कहना है कि कई महीनों से उसे काम को लेकर मैंटली टॉर्चर किया जा रहा है। इसकी शिकायत राजवीर ने पी.जी.आई. डायरैक्टर प्रो. जगतराम को भी दी है। यह पहला मौका नहीं है जब नाइन के किसी स्टूडैंट ने इस तरह का आरोप लगाया है। इससे पहले भी नाइन में इस तरह का मामला सामने आ चुका है।
राजवीर ने अपनी शिकायत में कहा है कि ट्यूटर गीतांजलि उसके साथ न सिर्फ बुरा बर्ताव करती है बल्कि उसके साथ अब्यूजिव लैंग्वेज का भी यूज करती है। वार्ड में मरीजों व नर्सिंग स्टाफ और डाक्टर्स के सामने भी उसके साथ इस तरह का ही व्यवहार किया जा रहा है। राजवीर नाइन से रिसर्च स्टडी कर रही है जिसमें गीतांजलि उनकी को-गाइड भी है। रिसर्च वर्क को लेकर आए दिन उसे नीचा दिखाया जा रहा है। काम करने के बावजूद अहसास दिलाया जा रहा है कि उसने कुछ नहीं किया। वह भी बहुत गंदे तरीके से।
शिकायत में उसने लिखा है कि जब वह अपनी को-गाइड से मिलने जाती है तो मुझसे पानी लाने को कहा जाता है। नीचे पड़ी फाइलों को अलमारी में सेट करने से लेकर, ऑफिस से पर्स लाने जैसे कई काम मुझसे करवाए जा रहे हैं। मैंने उनसे कहा कि मेरा रिसर्च का काम बहुत पड़ा हुआ है जोकि लंबा चलेगा। उस पर उनका कहना है कि हो तो गया है टैंशन क्यों ले रही हो। वहीं, वह अपनी स्टेटमैंट बदल कर बार-बार कहती है कि तुम्हें पहले शुरू करना चाहिए था।
वहीं, ट्यूटर गीतांजलि ने कहा कि मैंने राजवीर का डाटा चैक किया था जोकि सही नहीं था। उसे बुलाकर जब बताया तो वह स्ट्रैस में आ गई। उसने बोलना शुरू कर दिया कि सिर दर्द हो रहा है। डाक्टर्स ने एम.आर.आई. के लिए बोला है। हम जैसे नॉर्मली किसी स्टूडैंट को बोल देते हैं कि थोड़ी हैल्प कर दो। अलमारी से कुछ निकाल कर दे दो।
कभी ऐसे छोटे-मोटे काम भी बोले हैं तो वह मुझे बोलने लगी कि आप मुझे नौकर समझती हो। ऐसी कोई बात नहीं है। काम को लेकर वह थोड़ी परेशान है। जब से उसे डाटा दोबारा करने को कहा तब से उसके बिहेवियर में बदलाव आया है। मेरी तरफ से ऐसा कुछ नहीं है। हमने टीचर्स की मीटिंग की थी। हमने राजवीर से सॉरी भी बोला कि अगर उसे कुछ बुरा लगा हो। वह मेरी फ्रैंड भी है।